जानिए, महिलाओं को क्यों होती है अनियमित महावारी और इसे कैसे करें नियंत्रित

जानिए, महिलाओं को क्यों होती है अनियमित महावारी और इसे कैसे करें नियंत्रित

सेहतराग टीम

महिलाओं के शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं। उनमें से एक है मासिक धर्म जो हर महिला और लड़की को परेशान करती है। वहीं अक्सर देखा गया है कि अधिकांश महिलाओं को महावारी में अनियमितता का भी सामना करना पड़ता है लेकिन उन्हें खूद उस समस्या का ज्ञान नहीं होता है। क्योंकि मासिक धर्म की शुरूआत, महावारी चक्र के चरण, महावारी की उम्र और मासिक की समस्याओं के बारे में पता ही नहीं होता। इस समस्या के विषय में कम जानकारी होने का एक कारण शर्म और झिझक भी है। जो मां अपनी बेटी को बताते समय महसूस करती हैं या बेटी अपनी मां से पूछते हुए।

पढ़ें- ब्रेस्‍टफीडिंग न कराने से महिलाओं को हो सकती हैं ये 5 बीमारियां

महावारी का जल्दी-जल्दी होना, बहुत देर से होना, या काफी दर्द भरा होना, इन कारणों का हर महिला या लड़की को मालूम होना जरूरी है। अधिक रक्तस्राव या खून के थक्के आने पर डॉक्टर से सलाह लें। ये ऐसी समस्याएं होती हैं, जिनको अनदेखा करना उचित नहीं। आइए जानते हैं कारण और उपचार।

अनियमित महावारी के कारण (Causes of Irregular Periods in Hindi):

  • जब आप बहुत अधिक मानसिक तनाव में रहती हैं या फिर आपको स्ट्रेस व चिंता बहुत अधिक रहती है। 
  • जब आप बहुत अधिक व्यायाम करतीं हैं। 
  • जब आपके हार्मोन्स असंतुलित हो गए हों। 
  • इनके अनियमित होने का एक कारण पीसीओडी व पीसीओएस भी होता है। 
  • जब आप एक हेल्दी डाइट की बजाए जंक फूड ज्यादा खाती हों।

महावारी नियमित करने के टिप्स (Tips for regular Mahavari in Hindi):

अपने भोजन पर ध्यान दें

बहुत कम खाना या बहुत ज्यादा खाना आपके शरीर पर प्रभाव डाल सकता है। यदि आपको सही मात्रा में पोषक तत्व  नहीं मिलते हैं तो आपके शरीर की वह ग्लैंड जो आपके हार्मोन्स को नियंत्रित रखती है उस पर असर पड़ता है। जिससे आपका मासिक अनियमित हो जाते हैं।

कम कार्ब्स वाले भोजन न खाएं

यदि आपके शरीर में कार्ब्स की मात्रा कम है तो आपके पीरियड्स अनियमित होने के साथ साथ छूट भी सकते हैं। इसके अलावा कार्ब्स की कमी से थायरॉयड भी हो सकता है। इसलिए आप अपने भोजन में कार्ब्स की मात्रा पर ध्यान जरूर दें। 

हाई फाइबर डाइट न लें

फाइबर की मात्रा से आपके इजेस्ट्रोंन व प्रोजेस्ट्रॉन की एकाग्रता कम होती है। यह हार्मोन्स हमारे प्रजनन प्रणाली पर भी असर डालते हैं। इसलिए ज्यादा फाइबर खाने से ओवुलेशन पर फ़र्क पड़ता है। जिससे हमारे पीरियड्स अनियमित या लेट हो जाते हैं। 

अनानानास व पपीता खाएं

पपीता व अनानास खाने से आपके पीरियड्स नियमित हो सकते हैं। इनमे कैरोटीन व ब्रोमेलेन नामक पोषक तत्व होते हैं जो आपके इजेस्ट्रोन लेवल को स्थिर रखते हैं और लाल रक्त कोशिकाएं व सफेद रक्त कोशिकाएं को बनाते हैं। ये दोनों ही बहुत लाभदायक फल है और इनको अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। 

दालचीनी खाएं

दालचीनी से आपका इंसुलिन लेवल नियंत्रित होता है। जिससे आपकी महावारी व हार्मोन्स पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। दालचीनी से महावारी के दौरान होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है। जिन महिलाओं को पीसीओ की वजह से अनियमत महावारी आती है ,दालचीनी खाना उनकी महावारी को नियमित करने में मददगार सिद्ध हो सकती है।

हल्दी खाएं

हल्दी में करक्यूमिन होता है ।जिसके ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हल्दी से आपकी महावारी नियमित होने में भी सहायता मिलती है। अपने खाने में हल्दी जरूर शामिल करें। हल्दी के अन्य लाभ भी होते हैं। जैसे यह महावारी के दौरान आपके मूड स्विंग को भी ठीक रखने में सहायक है।

 

इसे भी पढ़ें-

प्रेग्नेंसी में पैरों का दर्द मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक, ऐसे रखें पैरों का खास ख्याल

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।